हेल्पलाइन पर सूचना देने वाले की पहचान रहेगी गुप्त, पुनर्वास और परामर्श की भी सुविधा उपलब्ध: उपयुक्त बिलासपुर राहुल कुमार

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नशे के विरुद्ध अभियान में मानस टोल फ्री नम्बर 1933 पर बनें सहभागीः उपायुक्त बिलासपुर उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार ने मानस हेल्पलाइन शुरू की है। इसके तहत नागरिक टोल फ्री नम्बर 1933 पर कॉल कर नशीले पदार्थों की तस्करी, अवैध खेती और इससे जुड़े अपराधों की गोपनीय सूचना दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस हेल्पलाइन पर सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। साथ ही 1933 नम्बर के माध्यम से नशे से पीड़ित व्यक्तियों को परामर्श और पुनर्वास सेवाएँ भी प्रदान की जा रही हैं। यह प्लेटफार्म नागरिकों को नशीली दवाओं से संबंधित मामलों की रिपोर्ट करने और आवश्यक जानकारी पाने के लिए एक सुरक्षित व एकीकृत डिजिटल माध्यम उपलब्ध करवाता है। हर समय उपलब्ध है सेवा उपायुक्त ने कहा कि मानस हेल्पलाइन सभी दिन, हर समय कार्यरत रहती है। नागरिक इस सेवा का उपयोग न केवल टोल फ्री नम्बर 1933 बल्कि आधिकारिक वेब पोर्टल www.ncbmanas.gov.in, ई-मेल info.ncbmanas@gov.in और उमंग ऐप के जरिए भी कर सकते हैं। नशा एक गंभीर...

युद्धविराम पर देश का बच्चा-बच्चा पूछ रहा सवाल: संदीप सांख्यान ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना



बिलासपुर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक ट्वीट के बाद अचानक घोषित युद्धविराम को लेकर कांग्रेस के पूर्व मीडिया कॉर्डिनेटर संदीप सांख्यान ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे भारत की विदेश नीति पर गंभीर सवाल खड़ा करने वाला कदम बताया है और कहा कि इससे देश की गरिमा और स्वाभिमान को ठेस पहुंची है।

प्रेस को जारी अपने बयान में सांख्यान ने कहा कि जब भारतीय सेना ने आतंकवादियों पर निर्णायक कार्रवाई शुरू की थी और समूचा देश तथा विपक्ष एकजुट होकर सरकार के साथ खड़ा था, तब इस तरह से बिना किसी व्यापक राजनीतिक सहमति के युद्धविराम की घोषणा करना असमझनीय और शर्मनाक है।


उन्होंने यह भी पूछा कि क्या अब भारत की दशा और दिशा अमेरिकी राष्ट्रपति तय करेंगे? सांख्यान ने आरोप लगाया कि यह पहला मौका है जब भारत ने विदेशी दबाव में आकर युद्धविराम जैसा बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि तब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर देश की गरिमा को ऊंचा किया था, लेकिन आज की सरकार विदेशी बयान पर युद्ध रोककर देश की आत्मा को आहत कर रही है।

सांख्यान ने यह सवाल भी उठाया कि जब पहलगाम में निर्दोष 26 भारतीयों की हत्या की गई थी, तब अगर युद्धविराम करना ही था तो कम से कम यह शर्त रखी जाती कि आतंकियों को भारत के हवाले किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हमेशा पाकिस्तान के नाम पर राजनीतिक लाभ उठाया है, लेकिन जब निर्णायक कार्रवाई का वक्त आया तो विदेशी इशारे पर पीछे हट गई।

अंत में संदीप सांख्यान ने कहा कि देश का बच्चा-बच्चा आज यह पूछ रहा है कि क्या भारतीयों ने जनमत भाजपा को दिया था या अमेरिका के राष्ट्रपति को? उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार का असली चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है।

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