बिलासपुर
कांग्रेस नेताओं द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर लगाए गए आरोपों को लेकर पार्टी के विधायकों ने आक्रामक ढंग से पलटवार किया है। नयनादेवी के विधायक रणधीर शर्मा और सदर के विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने एम्स के शिलान्यास को रेत-बजरी के पूजन की नौटंकी करार दिया था, जबकि पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने इसके उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाने की अनुमति मांगी थी।
सुक्खू सरकार में हाशिये पर हैं कांग्रेस के दोनों नेता, राजनीतिक कैरियर खत्म होने का सता रहा डर
जाहिर है कि कांग्रेस के नेता चाहते ही नहीं थे कि बिलासपुर में एम्स बने। बेहद कम समय में एम्स की सफलता को वे लोग पचा नहीं पा रहे हैं। उनकी बयानबाजी से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने के बावजूद उन्हें पूछा तक नहीं जा रहा है। यही वजह रही कि आपस में छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले इन नेताओं को हाथ मिलाने का दिखावा करने पर मजबूर होना पड़ा है।
हजम नहीं हो रही राष्ट्रीय स्तर के स्वास्थ्य संस्थान की सफलता, कर रहे भ्रामक प्रचार
रणधीर शर्मा व त्रिलोक जमवाल ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जब भी बिलासपुर आते हैं, वह अपने गृह जिला को हमेशा कोई न कोई बड़ी सौगात देकर जाते हैं। कोठीपुरा में रिकाॅर्ड समय में बनकर तैयार हुए एम्स का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और सांसद अनुराग ठाकुर को जाता है। कांग्रेस का इसमें कोई योगदान नहीं है।
वीरभद्र सरकार के समय तो केवल इसमें अड़ंगे अटकाने का काम किया गया। दो दिन पहले बिलासपुर आए जेपी नड्डा ने जहां लगभग 25 करोड़ की लागत से स्थापित पैट सीटी व स्पैक्ट सीटी स्कैनर का शुभारंभ किया, वहीं 30 करोड़ से रीजनल वीआरडीएल, 13.57 करोड़ से विश्राम सदन, देश की 225वीं अमृत फार्मेसी तथा 4.90 करोड़ से बनने वाले इंडोर स्टेडियम का शिलान्यास भी किया।
इन सुविधाओं से बिलासपुर व हिमाचल के अन्य जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों के लोग भी लाभांवित होंगे। बिलासपुर में एम्स के तेजी से हो रहे विकास व विस्तार से कांग्रेस नेता बौखला गए हैं। बौखलाहट में आधारहीन बयानबाजी करके वे जनता के बीच हंसी के पात्र बन रहे हैं।
रणधीर शर्मा व त्रिलोक जमवाल ने कहा कि पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर खनन, वन व नशा माफिया को संरक्षण देने के साथ फोरलेन में लगभग 200 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था। एक-दूसरे को फूटी आंख तक नहीं सुहाने वाले इन दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है।
अब दोनों एक सुर में जेपी नड्डा पर मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। रामलाल ठाकुर हिमाचल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उन्होंने एक बार फिर से उस व्यक्ति को गले लगाया है, जो बिलासपुर में हर तरह के माफियाराज का संरक्षक होने के साथ ही दिनदहाड़े गोलीकांड की घटना में भी संलिप्त रह चुका है। इससे जहां यह जाहिर हो रहा है कि सुक्खू सरकार में दोनों नेता हाशिये पर हैं, वहीं ऐसा भी लग रहा है कि नयनादेवी और सदर विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को नए चेहरों की तलाश है। राजनीतिक कैरियर खत्म होने के डर ने वह आपस में हाथ मिलाने का दिखावा कर रहे हैं।
बिलासपुर के उपायुक्त को मुख्यमंत्री सुक्खू की गुड बुक में गिना जाता है, लेकिन इन दोनों नेताओं ने उन्हें लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रबंधन के लिए मिले नेशनल अवार्ड पर भी सवाल उठाए हैं। इससे उनके आरोपों की सच्चाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां तक भाजपा के कार्यालयों की बात है तो पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं और समर्थकों के सहयोग से जमीनें खरीदकर इनका निर्माण किया जा रहा है। कांग्रेस की तरह शिमला में सब्जी मंडी की जमीन या बिलासपुर में भाखड़ा विस्थापितों को दी जाने लायक भूमि पर भाजपा अपने कार्यालय नहीं बना रही है।
इन दोनों नेताओं ने जेपी नड्डा पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाने के साथ ही उनके परिवार के सदस्यों के बारे में भी भ्रामक प्रचार किया है। या तो उन्हें इन आरोपों के प्रमाण देने चाहिए, या फिर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।