छड़ोल डाकघर में बड़ा घोटाला: खातों में जमा हजारों रुपये गायब, डाक कर्मचारी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज

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बिलासपुर जिले के छड़ोल क्षेत्र में स्थित डाकघर से एक गंभीर वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। यहां कार्यरत एक डाक कर्मचारी द्वारा खाताधारकों की मेहनत की कमाई में हेराफेरी किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। लोगों द्वारा जमा करवाई गई राशि के साथ की गई इस कथित धोखाधड़ी ने डाक विभाग की कार्यप्रणाली और निगरानी प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, करीब तीन माह पूर्व डाक विभाग के वरिष्ठ अधीक्षक द्वारा छड़ोल डाकघर की नियमित जांच के दौरान खातों में जमा रसीदों और वास्तविक आंकड़ों में भारी अंतर पाया गया। विभागीय जांच में स्पष्ट हुआ कि एक कर्मचारी ने खाताधारकों द्वारा जमा की गई राशि को गलत तरीके से इस्तेमाल किया और संबंधित रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की। जांच के दौरान सामने आई अनियमितताएं छोटी-मोटी नहीं, बल्कि हजारों रुपये की हेराफेरी को दर्शा रही हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि संबंधित कर्मचारी ने योजनाबद्ध ढंग से कई खातों में हेराफेरी की है, जिससे कई आम लोगों की बचत प्रभावित हुई है। घोटाले का खुलासा होते ही डाक विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इसकी शिकायत था...

हिमाचल के बेटे ने रचा इतिहास, बिलासपुर के हरिमन शर्मा को मिला 'पद्म श्री'


कम तापमान वाले क्षेत्रों में सेब उगाने की क्रांति लाई, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित

बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश का सिर फिर गर्व से ऊंचा हुआ है। जिला बिलासपुर के घुमारवीं क्षेत्र के प्रगतिशील किसान हरिमन शर्मा को मंगलवार को नई दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 'पद्म श्री' सम्मान से नवाजा।

हरिमन शर्मा को यह प्रतिष्ठित सम्मान कम ठंडे इलाकों में सेब की खेती को संभव बनाने के लिए दिया गया है। उन्होंने 'HRMN-99' नामक सेब की विशिष्ट किस्म विकसित कर ऐसा कारनामा किया, जिसे पहले असंभव माना जाता था।

बिलासपुर में सबसे पहले तैयार किए सेब के पौधे
हरिमन शर्मा ने हिमाचल के बिलासपुर जिले में सबसे पहले सेब के पौधे तैयार कर इतिहास रच दिया। उन्होंने साबित कर दिखाया कि अब सिर्फ अधिक ठंडे क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि कम तापमान वाले इलाकों में भी सेब की बागवानी मुमकिन है।

उनकी इस उपलब्धि ने ना सिर्फ हिमाचल प्रदेश के किसानों को नया रास्ता दिखाया, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी फलोत्पादन के नए अवसर खोले।

हरिमन शर्मा की मेहनत और संकल्प का परिणाम
कठिन परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद हरिमन शर्मा ने हार नहीं मानी। प्रयोग करते हुए उन्होंने 'HRMN-99' जैसी किस्म तैयार की, जो कम सर्दी में भी बेहतरीन फल देती है। आज हजारों किसान उनके प्रयासों से प्रेरणा ले रहे हैं।

प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी हरिमन शर्मा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि यह पूरे हिमाचल के लिए सम्मान और प्रेरणा का क्षण है।


मुख्य बिंदु

बिलासपुर के किसान हरिमन शर्मा को 'पद्म श्री' सम्मान

'HRMN-99' सेब किस्म से बदली कम तापमान वाले इलाकों की तस्वीर

हिमाचल के बिलासपुर में सबसे पहले तैयार किए सेब के पौधे

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में किया सम्मानित

किसानों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत

हरिमन शर्मा, बिलासपुर जिले के घुमारवीं क्षेत्र के निवासी, एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। कठिन परिश्रम, शोध और प्रयोग से उन्होंने 'HRMN-99' सेब की किस्म विकसित की। यह किस्म कम ठंडे क्षेत्रों में भी सेब उत्पादन को संभव बनाती है। आज उनका नाम न केवल हिमाचल में, बल्कि पूरे देश में आदर और सम्मान से लिया जाता है।

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